आप दोस्त तो चुन सकते हैं लेकिन अपने लिए रिश्तेदार नहीं!



( झूठी दुनिया के झूठे फ़साने हैं,

लोग भी झूठे और झूठा ज़माना हैं,

धोखे मिलते हैं हर कदम पर यहाँ,

हर तरफ भीड़ हैं लेकिन अफसोस सब बेगाने हैं! )


( डा एस अज़ीज़ की क़लम से )


( आप आपने दोस्त तो चुन सकते हैं लेकिन अपने रिश्तेदार नहीं! जहां कुछ रिश्तेदार बुरे वक्त में मजबूत ढाल की तरह आपके साथ खड़े रहते हैं, तो वहीं कइयों काफी हद तक मतलबी होते हैं! )


कुछ लोगों को आदत पड़ जाती है कि कोई फोन पर हाल चाल पूछने के बाद भी वह आपसे बार-बार 'और बताओ', 'और सुनाओ' पूछते ही रहेंगे!ऐसे रिश्तेदार आपसे सिर्फ़ मतलबी होने का संकेत दे रहे हैं!



आप आपने दोस्त तो चुन सकते हैं लेकिन अपने रिश्तेदार नहीं! जहां कुछ रिश्तेदार बुरे वक्त में मजबूत ढाल की तरह आपके साथ खड़े रहते हैं, तो वहीं कइयों काफी हद तक मतलबी होते हैं! दरअसल, ऐसे लोगों का काम जरूरत से ज्यादा दूसरों की लाइफ में ताक-झांक करना ही होता है, जो कभी-कभार हम सभी के लिए परेशानी का सबब बन जाता है! आप ऐसे परिचितों से दुखी ही हो सकते हैं लेकिन आपके पास उनसे निपटने का कोई दूसरा तरीका नहीं होता!यहां तक भी सब ठीक है! लेकिन ऐसे रिश्तेदारों का क्या करेंगे, जिन्हें ना उगला जा सकता है और ना ही निगलने जैसा है!

 

ऐसा इसलिए क्योंकि कुछ लोग ऐसे होते हैं, जिन्हें फोन करके कोई उनसे उनका हाल-चाल पूछ ले और अपने बता भी दे! लेकिन इसके बाद भी वह आपके मुंह से बातें उगलवाने के लिए 'और बताओ', 'और सुनाओ' पूछते ही रहेंगे! हालांकि, ऐसा एक दो बार हो तो भी ठीक है, लेकिन जब यही किस्सा आए दिन होने लगे तो इस कंडीशन से आप खुद को कैसे बाहर निकालेंगे.? 


हम आपको बताएंगे कि ऐसे रिश्तेदारों को कैसे हैंडल किया जाए, जिससे आपका मनमुटाव भी न हो और काम भी बन जाए, पहले सुनें उनके मन की!


अगर आपका भी ऐसे रिश्तेदारों से पाला पड़ा है जो फोन पर आए दिन लंबी-लंबी बातें करते हैं, तो ऐसे रिश्तेदारों से इरिटेट होने से अच्छा है कि आप उनकी बातों को आराम से सुनें, बजाए इसके कि आप उन्हें अपने मन की बताने लगें! क्योंकि ऐसे लोगों के साथ परेशानी यह है कि अगर आप उन्हें अपनी बातों में शामिल करने लगेंगे, तो वह आपसे ज़रूरत से ज्यादा सवाल पूछना शुरू कर देंगे! यही नहीं, अगर आप ऐसे रिश्तेदारों से पीछा छुड़ाना चाहते हैं, तो उन्हें बताएं कि आप किस टाइम फ्री होते हैं और किस टाइम पर नहीं! इससे उन्हें भी बुरा नहीं लगेगा और आप उनके गैरजरूरी सवालों से बच भी जाएंगे! 


अगर आप भी अपने मोस्ट इरिटेटिंग रिलेटिव्स को हैंडल करने का एक अच्छा तरीका खोज रहै हैं, तो इस बात का विशेष ध्यान रखें कि उनसे बात करते हुए आपको ऐसे किसी भी सवाल का जवाब नहीं देना है जो आपके लिए किसी नई मुसीबत को खड़ा कर दे! अगर आपके रिश्तेदार आपसे घुमा फिरा के एक ही जैसे सवाल पूछते हैं, तो आप उन्हें ऐसा जवाब दें जिनसे उन्हें इस बात का आभास हो जाए कि आप इस बारे में उनसे बात करने के लिए सहमत नहीं हैं! हालांकि, इस बात का खास ख्याल रखें कि बात करते हुए आपका लहजा काफी नम्र व सभ्य हो, जिससे आपके मना करने का भी उन्हें बुरा न लगे!


हफ्ते दो हफ्ते में ऐसे रिश्तेदारों से बात करना अच्छा लगता है, लेकिन जब यह सिलसिला रोज़ाना चालू हो जाए तो मन ही मन चिढ़ होने लगती है! ऐसे में आपको गुस्सा या खुद को परेशान करके कुछ नहीं मिलने वाला! इससे अच्छा तो यह है कि सामने वाले को बताएं कि आपको अपनी पर्सनल चीजों के बारे में ज्यादा बात करना पसंद नहीं है! अगर इसके बाद भी वह आपकी लाइफ से जुड़ी कुछ बातों के बारे में सवाल पूछते हैं, तो ऐसा ज़ाहिर करें कि आपकी लाइफ बहुत बोरिंग है और आपके पास कुछ भी नया करने को नहीं है!


अगर आप सब तरीके आजमा चुके हैं और फिर भी आपके रिश्तेदार समझने को तैयार नहीं हैं, तो उन्हें एक बार साफ-साफ बताएं कि आपको उनका यह व्यवहार बिल्कुल पसंद नहीं है, जिसकी वजह से आप दोनों के बीच चीजें बिगड़ने लगी हैं! ऐसा करके आपके ही दो फायदे होंगे- एक तो उनके यूं रोज-रोज 'और सुनाओ 'और बताओ' वाले किस्से खत्म हो जाएंगे! साथ ही साथ आपको भी उनसे से प्यार से बात करने का कोई नाटक नही करना पड़ेगा!


हफ्ते दो हफ्ते में ऐसे रिश्तेदारों से बात करना अच्छा लगता है, लेकिन जब यह सिलसिला रोजाना चालू हो जाए तो मन ही मन चिढ़ होने लगती है! ऐसे में आपको गुस्सा या खुद को परेशान करके कुछ नहीं मिलने वाला! इससे अच्छा तो यह है कि सामने वाले को बताएं कि आपको अपनी पर्सनल चीजों के बारे में ज्यादा बात करना पसंद नहीं है! अगर इसके बाद भी वह आपकी लाइफ से जुड़ी कुछ बातों के बारे में सवाल पूछते हैं, तो ऐसा जाहिर करें कि आपकी लाइफ बहुत बोरिंग है और आपके पास कुछ भी नया करने को नहीं है!


अगर आप सब तरीके आजमा चुके हैं और फिर भी आपके रिश्तेदार समझने को तैयार नहीं हैं, तो उन्हें एक बार साफ-साफ बताएं कि आपको उनका यह व्यवहार बिल्कुल पसंद नहीं है, जिसकी वजह से आप दोनों के बीच चीजें बिगड़ने लगी हैं! ऐसा करके आपके ही दो फायदे होंगे- एक तो उनके यूं रोज-रोज 'और सुनाओ 'और बताओ' वाले किस्से खत्म हो जाएंगे! साथ ही साथ आपको भी उनसे से प्यार से बात करने का कोई नाटक नहीं करना पड़ेगा!!

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