मकानों के ऊपर से निकले बिजली के तार बन सकते हैं ख़तरे का कारण
लखनऊ :- घर की छतों पर झूलते बिजली के तार खतरे का सबब बने हुए है! भवन की छत और बिजली के तार की दूरी नियमानुसार बहुत कम है! ऐसे में खतरा होना लाजमी है!
मिली जानकारी के अनुसार भवन निर्माण के बाद ओवर हेड लाइन का तार या सर्विस लाइन यदि रोड क्रास करे तो निम्न व मध्यम वोल्टेज लाइन लगभग उंचाई 5.8 मीटर एवं उच्च वोल्टेज लाइन की उंचाई 6.1 मीटर होना चाहिए, ओवरहेड लाइन के साथ साथ चल रही लाइन का तार या सर्विस लाइन की स्थिति में निम्न व मध्यम वोल्टेज लाइन की उंचाई 5.5 मीटर व उच्च वोल्टेज लाइन की उंचाई 5.8 होनी चाहिए!
भवनों से लंबाई में सुरक्षित दूरी में उच्च वोल्टेज लाइन 33000 वोल्टेज तक 3.7 मीटर प्रत्येक 33000 के अतिरिक्त वोल्टेज पर 0.30 मीटर निर्धारित है! जबकि समानांतर स्थिति में लाइन की दूरी उच्च वोल्टेज 11 हजार वोल्टेज तक 1.2 मीटर एवं उच्च वोल्टेज 11 हजार से अधिक पर 33 हजार तक 2.0 मीटर निर्धारित है! इसी तरह मीटर अति उच्च वोल्टेज पर 0.30 मीटर है!
सुपर कॉलोनी निवासी डा एस अज़ीज़ का कहना है कि मकान और तारों के बीच की दूरी कम होने से करंट का खतरा बना हुआ है! कई बार मौखिक एवं लिखित शिकायत द्वारा प्रयास किए गए लेकिन आज तक हाईवोल्टेज लाइन यहां से अलग नहीं की गई है! मुदस्सिर का कहना है कि यहां विद्युत लाइन मकानों से सटकर निकली गयी है जो भविष्य में खतरा बन सकती है!
सुपर कलोनी निवासी के लोगों ने उनकी छतों के ऊपर से निकली विद्युत लाइनों को हटाए जाने की मांग की है! इस प्रकार की अनदेखी से शहर में हाईटेंशन लाइनों की चपेट में आने से कई मौते हो चुकी हैं! अब लोग अपने घरों के ऊपर से निकली गयी लाइनों को हटाने की मांग कर रहे हैं, ताकि उनके घरों में भी कोई गंभीर हादसा घटित न हो जाए! सुपर कालोनी निवासी के लोगों ने उच्च अधिकारियों तथा विभाग में अधिशासी अभियंता विद्युत को दिए प्रथना पत्र तथा ट्विटर पर शिकायत में बताया कि उनके मकान के ऊपर से विद्युत लाइन निकली गयी है!
सुपर कलोनी के लोगो ने बताया कि मना करने के बावजूद लाइनमैन यह कहते हुए काम करते रहे कि ऊपर से आदेश है, औऱ लाइनमेन घरों के ऊपर से विद्युत लाइन निकालते रहे, उच्चाधिकारियों को इस ओर ध्यान देना आवश्यक होगा, क्योंकि घरों के ऊपर से निकले तार भविष्य में कभी भी जानलेवा साबित हो सकता हैं!!

