पूर्व मुख्यमंत्री मायावती का जन्मदिवस जनकल्याणकारी दिवस के रुप में मनाया गया!
( बसपा चीफ मायावती कुल 4 बार सूबे की कमान संभाल चुकी है - अनीस अहमद, फूल बाबू )
पीलीभीत :NKB NEWS :- बहुजन समाज पार्टी के तत्वावधान मे नगर स्थित मान्यवर कांशीराम बारात घर में बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री सुश्री मायावती का 67वां जन्मदिवस जनकल्याणकारी दिवस के रुप में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया!
यह 18वां साल है जब मायावती लगातार जन्मदिन पर अपने द्वारा संपादित किताब लॉन्च की गयी! लखनऊ के बीएसपी दफ्तर मॉल एवेन्यू पर अपने स्ट्रगल को लेकर एक किताब लॉन्च की गयी! इस किताब का नाम रखा गया है 'मेरे संघर्षमय जीवन और बीएसपी मूवमेंट का सफरनामा'!
यूपी की कब-कब मुख्यमंत्री रहीं हैं मायावती.?
गौरतलब है कि बसपा चीफ मायावती कुल 4 बार सूबे की कमान संभाल चुकी है! वह साल 1995, 1997, 2002 और 2007 में उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री रही थीं! बता दें कि साल 1995 में बसपा और सपा का गठबंधन टूटने के बाद जब मुलायम सिंह की अगुवाई वाली सरकार गिरी, तो मायावती भाजपा का बाहरी समर्थन हासिल कर उत्तर प्रदेश की पहली बार मुख्यमंत्री बनीं! ऐसा पहली बता था जब सूबे की कमान कोई दलित संभाल रहा था!
इसके बाद जब साल 1996 के विधानसभा चुनाव हुए तो कोई भी पार्टी सरकार बनाने की स्थिति में नहीं थी! ऐसे में कुछ वक्त तक प्रदेश में राष्ट्रपति शासन रहा! अप्रैल 1997 में, 174 विधायकों वाली भाजपा का 67 सीट जीतने वाली बसपा के साथ एक समझौता हुआ! इस समझौते के तहत 6-6 महीने के अंतराल पर दोनों पार्टियों से एक-एक मुख्यमंत्री बनाने पर सहमति बनी! इसके तहत मायावती पहले 6 महीने मुख्यमंत्री रहीं 2002 के विधानसभा चुनाव के बाद भी जब कोई पार्टी अपने दम पर सरकार बनाने की स्थिति में नहीं थी, तो मार्च से लेकर मई 2002 तक राष्ट्रपति शासन रहने के बाद भाजपा ने बसपा को समर्थन दिया और मायावती तीसरी बार राज्य की मुख्यमंत्री बनीं! मगर इस सरकार के सामने लगातार चुनौतियां आती रहीं, ऐसे में मायावती ने अगस्त 2003 में इस्तीफा दे दिया, 2007 के विधानसभा चुनाव में बसपा ने अपनी 'सवर्ण विरोधी' छवि से बाहर निकलते हुए दलित-ब्राह्मण भाईचारे के साथ सोशल इंजीनियरिंग का एक नया फॉर्मूला अपनाया!
इस चुनाव में बसपा को पूर्ण बहुमत हासिल हुआ और साल 2012 तक मायावती की अगुवाई में सरकार चली! गौरतलब है कि मायावती का जन्म 15 जनवरी 1956 को दिल्ली के लेडी हार्डिंग अस्पताल में हुआ था! मायावती के पिता प्रभु दयाल एक सरकारी क्लर्क और उनकी मां रामरती देवी गृहिणी थीं! पिता प्रभु दयाल की सरकारी नौकरी के कारण मायावती का परिवार दिल्ली चला गया था! बता दें कि मूल रूप से मायावती का पैतृक परिवार उत्तर प्रदेश के बादलपुर गांव से ताल्लुक रखता है, जो तब गाजियाबाद जिला में आता था, लेकिन बाद में यह गांव गौतमबुद्धनगर जिले का हिस्सा बन गया!
गौरतलब है कि मायावती दक्षिण-पश्चिम दिल्ली के इंद्रपुरी की झुग्गी झोपड़ी (जेजे) कॉलोनी में पली-बढ़ीं थी! दयाल दंपती और उनके नौ बच्चे- मायावती की दो बहनों और 6 भाई समेत - छोटे से घर में रहते थे!
मायावती का 67वां जन्मदिवस जनकल्याणकारी दिवस के इस अवसर पर उनकी दीर्घ आयु की कामना करते हुए बधाई गीत भी गाये गये!जन्मदिवस पर आयोजित भव्य समारोह को मुख्य अतिथि बसपा के क़द्दावर नेता व प्रदेश के पूर्व मंत्री अनीस अहमद खां उर्फ फूलबाबू तथा मुख्य जोन कोआर्डिनेटर लक्ष्मी नरायण सागर ने संबोधित किया तथा 2024 में सफ़लता का संकल्प दिलाते हुए उपस्थित पार्टी कार्यकर्ताओं में ऊर्जा का भी संचार किया!
कार्यक्रम में मुख्य रूप से ज़िलाध्यक्ष देव स्वरूप आर्य, पूर्व ज़िलाध्यक्ष चन्द्रशेखर आज़ाद, एल.पी. सागर, रामस्नेही गौतम, हरीश गौतम, मुन्ना लाल कश्यप , पूर्व अध्यक्ष ज़िला सहकारी बैंक व बीसलपुर नगर पालिका के अध्यक्ष पद के प्रत्याशी शकील अहमद खां उर्फ गुड्डू, रमेश शुक्ला सहित बसपा के पदाधिकारियों, नेताओं व हज़ारों कार्यकर्ताओं ने शिरकत कर बहन जी का जन्मदिवस मनाया!
इस मौक़े पर कार्यक्रम स्थल को आकर्षक प्रदान करने के लिए बेहतरीन तरीक़े से सजाया गया था! अन्त में उपस्थित लोगों को भोजन पैकेट का वितरण किया गया, संचालन दीपू शुक्ला ने किया!!



