नहीं पता जनाज़ा कहां जाएगा, घर तो ज़मीदोज़ हो गया!






( शहर का सम्पन्न परिवार जिनके पास किसी चीज़ की कमी नहीं,  इज्जत, शोहरत, दौलत, इल्म, मज़हबी अक़ीदा, पाकीज़गी, परहेज़गारी ताक़त, सामाजिक तालुक़ात, जनाधार, सियासी रसूख... )

लखनऊ :- अलाया अपार्टमेंट हादसे पर लाइव ख़बर दे रहे भारत समाचार के सीमाब नकवी ने ऐसा जुमला बोल दिया जिसे सुन कर लोगों का कलेजा कांप गया! सपा प्रवक्ता अब्बास हैदर और कांग्रेस के पूर्व प्रवक्ता जीशान हैदर की मां मलबे से निकाल कर अस्पताल ले जाई गई, जहां उनकी मौत हो गई, सीमाब आगे बोले- नहीं पता जनाज़ा कहां जाएगा। घर तो ज़मीदोज़ हो गया!

बस यहीं आप उस सच को महसूस कीजिए जिसे अक्सर हम भूल जाते हैं। ये बेकसी उस परिवार की है जो परिवार शहर का सम्पन्न परिवार है!

इनके पास किसी चीज़ की कमी नहीं,  इज्जत, शोहरत, दौलत, इल्म, मज़हबी अक़ीदा, पाकीज़गी, परहेज़गारी ताक़त, सामाजिक तालुक़ात, जनाधार, सियासी रसूख...

यूपी कांग्रेस के दिग्गज चचा अमीर हैदर, उनके पुत्र उभरते हुए राजनीतिज्ञ जीशान हैदर, दूसरे बेटे अब्बास हैदर जो सपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता हैं! इस ताकतवर परिवार का रिश्ता शहर के दो नामदार, शानदार, इज्जतदार, शोहरतयाफ्ता, मज़हबी, सामाजिक रसूख वाले परिवारों से हैं! देश की विख्यात अंग्रेजी जर्नलिस्ट कुलसुम मुस्तफा और पूर्व एम एल सी व राजनितिज्ञ सिराज मेंहदी से अमीर हैदर के परिवार का एक हिस्सा है!

इन लोगों के पास किसी चीज़ की कमी नहीं, लेकिन वक्त कब क्या कर दें किसी को नहीं पता!

आज इस हंसते-खेलते खुशहाल परिवार का दर्द देखिए- एक बच्चा और बुजुर्ग (अमीर हैदर) अस्पताल में हैं, बहु पत्थरों के नीचे हैं!

मां का इंतेकाल हो गया, ये मां जहां रहती थीं वो घर ज़मींदोज़ हो गया, अस्पताल से ज़नाज़ा कहां ले जाएं !!

- नवेद शिकोह

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