भगवान भरोसे पुराने सीतापुर की विद्युत व्यवस्था
( हफ्तों से खराब है भूमिगत केबल, विभाग के पास उपकरणों का टोटा)
( भवानीपुर की लाइन से जुगाड़ पर चल रही क्षेत्र की विद्युत आपूर्ति (उधार के तेल से पकाए जा रहे हैं गुलगुले )
( हिलाल अख़्तर की रिपोर्ट )
सीतापुर: NKB NEWS:- गर्मी की सुगबुगाहट शुरू होते ही बिजली ने अपना रंग दिखना शुरू कर दिया है, शहर के मुस्लिम बाहुल्य इलाके मे रमज़ान की शरुआत मे तो अबाध रूप से विद्युत आपूर्ति होती रही, लेकिन नवरात्र और रामनवमी के बाद से बिजली गुल होने का जो सिलसिला चालू हुआ था वह आज तक जस का तस बरकरार है!
कभी तेज हवाओं के नाम पर कभी हल्की बूंदाबांदी के नाम पर कभी इमलिया सुल्तानपुर फीडर पर कार्य के नाम पर रोज घण्टो की कटौती की जा रही है, यह अघोषित कटौती किसके आदेश पर हो रही है इसका उत्तर अधिकारी से लेकर किसी कर्मचारी तक के पास नहीं है!
उल्लेखनीय है कि समाजवादी पार्टी की सरकार मे तत्कालीन अधिशाषी अभियंता आर०बी०यादव द्वारा हुसैनगंज पावर हाउस से सिटी स्टेशन उप केन्द्र तक के लिए एक 33 केवी की एक अलग विद्युत लाइन का कार्य स्वीकृत कराया गया था, इस बीच उनका स्थानांतरण हो गया था, उसके बाद अधिशाषी अभियंता ए०के० श्रीवास्तव द्वारा अपने कार्यकाल मे उक्त लाइन का कार्य पूरा कराया गया था, श्री श्रीवास्तव द्वारा नौकरी छोड़ने के बाद से इस फीडर की देख रेख मे अभाव होता गया और आज स्थिति यह है कि इस फीडर पर इमलिया सुल्तान पुर आदि की विद्युत लाइन टेपिंग कर दिए जाने से यह फीडर आए दिन खराब रहता है, विभाग के पास उपकरणों का अभाव होने से इस बीमार फीडर का कोई इलाज नहीं हो पा रहा है!
पिछले कई दिनों से भूमिगत केबल फूंकने से इस फीडर को भवानीपुर की लाइन से जोड़ जुगाड़ कर के चलाया जा रहा है, जिस पर ओवर लोड होते ही यह ट्रिप कर जाता है और घण्टो के लिए लाइन बन्द हो जाती है! गर्मी की सुगबुगाहट के साथ ही बिजली की भीषण कटौती के पीछे विद्युत अधिकारियों की क्या मंशा है!
रमज़ान के महीने मे तरावीह से लेकर शहरी तक लाइट न मिलना सरकार के दावों और पर सवालिया निशान लगा रहा है, यह महज एक सयोंग है या सरकार की छवि खराब करने के लिए स्थानीय विद्युत अधिकारियों द्वारा रची जा रही कोई साजिश!!
