बुज़ुर्गों की शिक्षा पर पूरी तरह से अमल करना चाहिए - फुरकान मियां
( सन्दल व चादर मज़ार पर चढ़ा कर सज्जादानशीन ने अमन शांति क़ी दुआ की, इंसानियत से बड़ा कोई धर्म नहीं:-फुरक़ान मियां )
खैराबाद (सीतापुर ) NKB NEWS :- दरगाह हाफिज़िया अस्लमिया में हज़रत हाफ़िज़ मोहम्मद अली शाह अलैहिर्रहमा उर्फ बड़े हाफिज साहब के 179वे पांच दिवसीय सालाना उर्स के पहले दिन रात में दरगाह हज़रत छोटे मख़दूम साहब से संदल शरीफ व चादर सज्जादानशीन हाजी सैय्यद फुरक़ान मियां की सरपरस्ती में उठाई गई उसके बाद दरगाह में देर रात तक महफिले समा क़व्वाली हुईं और तत्पश्चात मज़ार पर संदल अर्पित कर देश मे अमनो अमान सुख व शांति के लिए सज्जादानशीन ने दुआ की तत्पश्चात कार्यक्रम समाप्त हो गया!
इस अवसर पर दरगाह के मीर कव्वाल गुफरान, फरीद व अनस, शबीह अहमद आदि ने सूफियाना कलाम पेश किया! सज्जादानशीन हज़रत शाह मजा क़लन्दर लहरपुर के सैय्यद गयास मियां, हैदराबाद के सिद्दीक़ इरफान, खुर्शीद अहमद, सिलसिले हबीबी के गुलाम अहमद, इरफान अहमद, बुलंदशहर के इलियास अहमद!
इसके अतिरिक्त बड़े हाफ़िज़ साहब के एक अन्य ख़लीफ़ा (शिष्य) हज़रत हाफिज मुन्ना शाह अलैहिर्रहमा के एजाज़ हसन खान, फफूंद शरीफ के सज्जादानशीन मौलाना सैय्यद अज़हर मियां, दरगाह मतवल्ली सैय्यद नवेद असलम सलमी मियां, क़ारी इस्लाम अहमद आरफी, सैय्यद फरजान मियां, सैय्यद फरहान मियां, इमरान सिद्दीकी, सैय्यद फरमान मियां, क़ारी फय्याज अहमद आदि उपस्थित रहे, सज्जादानशीन सैय्यद फुरकान मियां ने कहा कि हम लोगों को अपने बुजुर्गों की शिक्षा पर पूरी तरह से अमल करना चाहिए साथ ही हमे सबसे पहले एक अच्छा इंसान बनना होगा क्योंकि इंसानियत ही से मनुष्य बड़ा बनता है!!

