खुर्रम नगर में जुलूस ए मोहम्मदी पुरखुलूस माहौल में शान ओ शौकत से निकाला गया
लखनऊ :NKB NEWS:- "या नबी सलामो अलैका, या रसूल सलामो अलैका या हबीब सलामो अलैका" इन्हीं नारों के साथ जुलूस- ए- मोहम्म्दी बड़ी अकीदत के साथ खुर्रम नगर में निकाला गया! सोमवार को मदरसा शेखुल आलम सबिरिया चिश्तिया अबरार नगर से जुलूस-ए-मोहम्मदी का जुलूस धूमधाम से निकाला गया! इस दौरान मुस्लिम समुदाय में एक अलग ही रौनक दिखाई दे रही थी! मानो जुलूस में शामिल होने के लिए पूरा जनसैलाब ही उमड़ पड़ा हो, लोग हाथों में झंडे लिए झांकियां निकालकर जश्न में शामिल थे!
मौलाना इश्तियाक अहमद क़ादरी साहब की सरपरस्ती में जुलूस मोहम्मदी हक़ प्लाज़ा मस्जिद से निकाला गया, जिसमें कई अंजुमनें भी शामिल हो हुई, इस दौरान हज़ारों की तादाद में आशिकाने रसूल ने बढ़ चढ़कर मोहम्मद साहब की शान में कसीदे पढ़े! इस दौरान नात-ओ-सलाम का दौर भी जारी रहा! अबरार नगर से शुरू होते हुए यह जुलूस खुर्रम नगर पहुंचा! यहां इसका इस्तकबाल अनवारुल हक़ साहब ने किया, हक़ साहब ने जुलूस में शामिल होने वालों के लिए मिठाई तकसीम करवाया, बताते चलें कि इस जुलूस में शामिल होने के लिए शहर ही नहीं दूर-दराज़ से लोग आते हैं!
इस दौरान मौलाना इश्तियाक अहमद क़ादरी साहब ने कहा कि अल्लाह का अहसान है कि उसने अपने प्यारे महबूब मोहम्मद साहब को हम लोगों की हिदायत के लिए दुनिया में भेजा! मोहम्मद साहब ने दुनिया से बुराई खत्म करने और हर एक के साथ इंसाफ करने की शिक्षा दी है, लेकिन आज हम मोहम्मद साहब की उम्मत में रह कर खुद तरह- तरह की गुमराहियों में मशगूल हैं!
इस अवसर पर हज़ारों की तादात में मौमीन भाई अपने इस्लामी लिबास में सिर पर इमामा, टोपी पहने, हाथों में नबी का हरा झण्डा व नबी की शिक्षा और संदेश सहित कौमी एकता के संदेश लिखे बैनर लिये हर्षोल्लास के साथ नबी की शानों-शौकत में मोहम्मदी रंग में नजर आये! मौमीन भाईयों ने ये हमारे नबी की शान.., बच्चा-बच्चा है कुबार्न..., हिंदुस्तान जिंदाबाद, सारे जहां से अच्छा हिंदुस्ता हमारा, नबी की आमद मरहबा.. इत्यादि के नारें लगाकर खुर्रम नगर को गुंजायमान कर मोहम्मदी रंग में रंग दिया! अकीदतमंद अपने हाथों में राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा झण्डा व नबी का झण्डा लिए जुलूसे मोहम्मदी की अगुवाई में साथ-साथ नज़र आये!
जुलूसे मोहम्मदी की सदारत कर रहे आलम साहब ने कहा कि मुसलमानों को मोहम्मद साहब के संदेशों पर अमल करना चाहिए, जिससे हम बेहतर इंसान बन सकें!
जुलूस-ए-मोहम्मदी के नायब सदर अधिवक्ता एम एस फरीदी के अलावा डा मोहम्मद खालिद, डा मोबीन, अनवारुल हक़ (सेवानिवृत्त यूपीपीसीएल), सिराज अहमद, नदीम, अंसार, इरफ़ान, यासीन फरीदी, मोहम्मद ताहा, शब्बीर, अली मियां, हसन फरीदी, आदिल इक़बाल, मुदस्सिर, रईसुल इस्लाम गौहर, मुइज़, अरहम के अलावा बड़ी संख्या में अकीदतमंदों ने जुलूस को कामयाब बनाया!!



