Posts

Showing posts from May, 2023

समाज एवं राष्ट्र की मार्गदर्शक व संरक्षक है पत्रकारिता - चाँद फरीदी

Image
( हिन्दी पत्रकारिता दिवस पर याद किया गया पत्रकारिता का इतिहास ) लखनऊ :-  'आल इंडियन रिपोर्टर्स एसोसिएशन' (आईरा) के प्रदेश अध्यक्ष वरिष्ठ पत्रकार चाँद फरीदी ने सभी पत्रकारों को हिन्दी पत्रकारिता दिवस की बधाई देते हुए हिन्दी पत्रकारिता के इतिहास पर कहा कि हिंदी पत्रकारिता के इतिहास में 30 मई का दिन कुछ खास महत्व है! वर्ष 1826 को पंडित जुगल किशोर शुक्ल ने पहले हिंदी अखबार उदन्त मार्तण्ड का प्रकाशन किया था! उस दौरान अंग्रेज़ी, फ़ारसी और बांग्ला में तो अनेक समाचार पत्र निकल रहे थे, लेकिन हिंदी में एक भी समाचार पत्र नहीं निकलता था! इसलिए उदन्त मार्तण्ड ने हिंदी अखबार प्रकाशन शुरू किया था! यह अखबार हर हफ्ते मंगलवार को पाठकों तक पहुंचता था! उदन्त मार्तण्ड के पहले अंक की पांच सौ प्रतियां छपीं,  चाँद फरीदी ने कहा कि पत्रकार शासन व जनता के बीच सेतु का काम करता है! पत्रकारिता जगत में रोज़गार की कोई कमी नहीं है! लेकिन उसके लिए स्वयं को साबित करने की आवश्यकता है!लेखक होना भी गौरव की बात है, पत्रकार बनना चुनौतीपूर्ण है! आज पत्रकारिता में शोध की आवश्यकता है, हालांकि रोज़गार के साथ चुनौतियां कम नह...

कोर्ट ने धर्म जाति के आधार पर व्यक्ति को नाम बदलने का मौलिक अधिकार बताया!

Image
प्रयागराज :- दस्तावेजों में नाम बदलवाना एक जटिल प्रक्रिया माना जाता है! इसके लिए लोगों को लंबी कार्रवाई करनी पड़ती है और काफी समय भी लग जाता है! ऐसे ही एक मामले में उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद हाईकोर्ट ने महत्वपूर्ण फैसला दिया है! कोर्ट ने स्कूली दस्तावेजों में नाम बदलवाने की याचिका पर सुनवाई करते हुए यह फैसला दिया!  कोर्ट धर्म जाति के आधार पर व्यक्ति को नाम बदलने का मौलिक अधिकार बताया! न्यायालय ने केंद्र और राज्य सरकार इसके लिए निर्देश भी दिया है! याचिका पर सुनवाई करते हुए दिया फैसला- जानकारी के मुताबिक इलाहबाद हाईकोर्ट ने यह आदेश एमडी समीर राव की याचिका पर सुनवाई करते हुए दिया है! शहनवाज ने धर्म परिवर्तन कर अपना नाम एमडी समीर राव रख लिया! याचिकाकर्ता ने अपना धर्म परिवर्तन करने के बाद स्कूली दस्तावेजों में नाम बदलने की अर्जी दी थी, जिसे बोर्ड ने नियमों का हवाला देते हुए मना कर दिया था! याची ने हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के अंक प्रमाण पत्र में नाम बदलने के लिए आवेदन किया था! याची के आवेदन को तय समय सीमा खत्म होने के आधार पर यूपी बोर्ड ने खारिज कर दिया था? याची ने बोर्ड के इस फैसले को हाईक...

पत्रकार शासन व जनता के बीच सेतु का काम करता - पवन सिंह चौहान

Image
[ सोशल मीडिया के ज़माने में पत्रकारों पर है बड़ी जिम्मेदारी- आलोक त्रिपाठी ] ( हिन्दी पत्रकारिता दिवस के अवसर पर लखनऊ जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन के बैनर तले स्वस्थ लोकतंत्र में मीडिया की भूमिका शीर्षक पर गोष्ठी आयोजित ) (पत्रकार ही हैं जो समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति की आवाज उठाता है : नीरज वर्मा) बिसवां ( सीतापुर ) :NKB NEWS :- पत्रकारिता दिवस की पूर्व संध्या पर बिसवां के एक होटल में लखनऊ जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन के बैनर तले स्वस्थ लोकतंत्र में मीडिया की भूमिका शीर्षक पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया!  कार्यक्रम में मुख्यअतिथि के रूप में भाजपा नेत्री नीरज वर्मा व विशिष्ट अतिथि के रूप में एमएलसी पवन सिंह चौहान, अपर पुलिस अधीक्षक उत्त्तरी प्रकाश कुमार, उपज़िलाधिकारी बिसवां पीएल मौर्य, पुलिस क्षेत्राधिकारी बिसवां अभिषेक प्रताप अजेय, वरिष्ट पत्रकार पंकज सिंह गौड़, समाजसेविका रेनू मेहरोत्रा मौजूद रहे!  कार्यक्रम की अध्यक्षता उ०प्र० राज्य मुख्यालय मान्यता प्राप्त संवाददाता समिति के कोषाध्यक्ष व लखनऊ जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष आलोक त्रिपाठी ने की व संचालन पत्रकार पदमकान्त ...

लखनऊ में मज़ा है, नखलऊ में Feel है

Image
 *Some interesting things on the localities and the lingo of Lucknow !!* Some interesting names of localities in Lucknow : बंदरियाबाग़,  सरकटा नाला,  मामूं भांजे की क़बर,  नादान महल,  अंधे की चौकी,  गड़बड़झाला,  चौपटियां,  तोप दरवाज़ा,  बाज़ार ख़ाला,  टेढ़ी पुलिया,  मछली मोहाल,  कटाई का पुल,  मुफ़्तीगंज,  बारुदख़ाना,  टक्साल वाली गली,  कच्चा पुल,  भूतनाथ,  गूंगे नवाब का पुल,  कैश एंड पे कालोनी,  ऐशबाग़,  घसियारी मंडी,  चरस मंडी रथख़ाना कंघी टोला जंगली गंज,  धनिया मेहरी पुल,  कूचा मीर अनीस,  मार्टिन पुरवा,  कप्तान का कुंआ,  बावर्ची टोला,  मशालची टोला,  बेरूनी ख़न्दक़,  तस्वीर वाली गली,  नाका हिंडोला,  पानदरीबा,  लंगड़ा फाटक,  डंडय्या बाज़ार,  बांबे वाली गली,  चोर गली,  हाथीख़ाना,  टेढ़ी बाज़ार,  डिप्टी की बगिया,  कल्लन की लाट,  ज़नाना पार्क,  मक़्बरा, नरही, etc. Some typically word...

तमन्ना बी के नए मकान में शिफ़्ट होने पर लोगो ने दी मुबारकबाद!

Image
'ख्वाब सभी देखते हैं, लेकिन ख्वाब उन्ही के पूरे होते हैं, जिनके इरादे बुलंद होते हैं!' खुशकिस्मत होते वह लोग जो लखनऊ में अपना एक घर बनवा पाते हैं! हर एक का ख्वाब होता हैं कि इंसान तमाम ज़िम्मेदारी निभाने के बाद अपने औऱ अपने परिवार के रहने के लिए राजधानी में एक घर बनवा सकें! मिश्रपुर, कुर्सी रोड, निकट पैक्स हॉस्पिटल लखनऊ में तमन्ना बी पत्नी असद 'सिकन्दर बाबू' तमाम ज़िम्मेदारी निभाते हुए बुधवार (24 मई-2023) औऱ को अपने नए घर मे शिफ़्ट हो गए, नए घर में शिफ़्ट होने पर लगभग सभी रिश्तेदार औऱ दोस्तो ने नए घर पहुँच कर मुबारकबाद दी, मुबारकबाद देने वाले लोग दो दिन बुधवार 24मई औऱ 28 मई2023 को सुबह से लेकर रात 12 बजे तक आने वाले लोगों का तांता लगा रहा, आने वाले रिश्तेदारो औऱ दोस्त को एहसन, उरूज़, तमन्ना बी औऱ असद ने तेहदिल से शुक्रिया अदा करते हुए खाना खिलाया, तमाम रिश्तेदारों के इस इस्तेकबाल से सभी के चेहरे पर खुशियां साफ़ नज़र आ रही थी! सभी रिश्तेदार औऱ दोस्तों ने जाते जाते तमन्ना बी, असद, उरूज़ औऱ एहसन द्वारा की गयी मेहमान नवाज़ी का शुक्रिया औऱ मुबारकबाद दी!!

केरला की सच्ची स्टोरी -वीरांगना नगेली कौन??* हम प्रत्येक शनिवार को महिला दिवस के रूप में मनाएंगे और क्रांतिकारी महिलाएं जैसे कि वीरांगना फूलन देवी और वीरांगना नगेली, वीरांगना झलकारी बाई कोरी को नमन करेंगें और उनके जीवन संघर्षों को जन जन तक पहुंचाने की कोशिश करेंगे। *‼️जब हिन्दू धर्म में महिलाओं को स्तन ढकने का भी अधिकार नहीं था इसलिए स्तन ही काट दिया ‼️* नंगेली का नाम केरल के बाहर शायद किसी ने न सुना हो. किसी स्कूल के इतिहास की किताब में उनका ज़िक्र या कोई तस्वीर भी नहीं मिलेगी. लेकिन उनके साहस की मिसाल ऐसी है कि एक बार जानने पर कभी नहीं भूलेंगे, क्योंकि नंगेली ने स्तन ढकने के अधिकार के लिए अपने ही स्तन काट दिए थे. केरल के इतिहास के पन्नों में छिपी ये लगभग सौ से डेढ़ सौ साल पुरानी कहानी उस समय की है जब केरल के बड़े भाग में त्रावणकोर के राजा का शासन था. जातिवाद की जड़ें बहुत गहरी थीं और निचली जातियों की महिलाओं को उनके स्तन न ढकने का आदेश था. उल्लंघन करने पर उन्हें 'ब्रेस्ट टैक्स' यानी 'स्तन कर' देना पड़ता था. डॉ.शीबा केरल के श्री शंकराचार्य संस्कृत विश्वविद्यालय में जेंडर इकॉलॉजी और दलित स्टडीज़ की एसोसिएट प्रोफ़ेसर डॉ. शीबा केएम बताती हैं कि ये वो समय था जब पहनावे के कायदे ऐसे थे कि एक व्यक्ति को देखते ही उसकी जाति की पहचान की जा सकती थी. डॉ. शीबा कहती हैं, "ब्रेस्ट टैक्स का मक़सद जातिवाद के ढांचे को बनाए रखना था. ये एक तरह से एक औरत के निचली जाति से होने की कीमत थी. इस कर को बार-बार अदा कर पाना इन ग़रीब समुदायों के लिए मुमकिन नहीं था." केरल के हिंदुओं में जाति के ढांचे में नायर जाति को शूद्र माना जाता था जिनसे निचले स्तर पर एड़वा और फिर दलित समुदायों को रखा जाता था. दलित समुदाय उस दौर में दलित समुदाय के लोग ज़्यादातर खेतिहर मज़दूर थे और ये कर देना उनके बस के बाहर था. ऐसे में एड़वा और नायर समुदाय की औरतें ही इस कर को देने की थोड़ी क्षमता रखती थीं. डॉ. शीबा के मुताबिक इसके पीछे सोच थी कि अपने से ऊंची जाति के आदमी के सामने औरतों को अपने स्तन नहीं ढकने चाहिए. वो बताती हैं, "ऊंची जाति की औरतों को भी मंदिर में अपने सीने का कपड़ा हटा देना होता था, पर निचली जाति की औरतों के सामने सभी मर्द ऊंची जाति के ही थे. तो उनके पास स्तन ना ढकने के अलावा कोई विकल्प नहीं था." इसी बीच एड़वा जाति की एक महिला, नंगेली ने इस कर को दिए बग़ैर अपने स्तन ढकने का फ़ैसला कर लिया. केरल के चेरथला में अब भी इलाके के बुज़ुर्ग उस जगह का पता बता देते हैं जहां नंगेली रहती थीं. मोहनन नारायण ऑटो चलाने वाले मोहनन नारायण हमें वो जगह दिखाने साथ चल पड़े. उन्होंने बताया, "कर मांगने आए अधिकारी ने जब नंगेली की बात को नहीं माना तो नंगेली ने अपने स्तन ख़ुद काटकर उसके सामने रख दिए." लेकिन इस साहस के बाद ख़ून ज़्यादा बहने से नंगेली की मौत हो गई. बताया जाता है कि नंगेली के दाह संस्कार के दौरान उनके पति ने भी अग्नि में कूदकर अपनी जान दे दी. नंगेली का जन्म स्थान नंगेली की याद में उस जगह का नाम मुलच्छीपुरम यानी 'स्तन का स्थान' रख दिया गया. पर समय के साथ अब वहां से नंगेली का परिवार चला गया है और साथ ही इलाके का नाम भी बदलकर मनोरमा जंक्शन पड़ गया है. बहुत कोशिश के बाद वहां से कुछ किलोमीटर की दूरी पर रह रहे नंगेली के पड़पोते मणियन वेलू का पता मिला. मणियन साइकिल किनारे लगाकर मणियन ने बताया कि नंगेली के परिवार की संतान होने पर उन्हें बहुत गर्व है. उनका कहना था, "उन्होंने अपने लिए नहीं बल्कि सारी औरतों के लिए ये कदम उठाया था जिसका नतीजा ये हुआ कि राजा को ये कर वापस लेना पड़ा." लेकिन इतिहासकार डॉ. शीबा ये भी कहती हैं कि इतिहास की किताबों में नंगेली के बारे में इतनी कम पड़ताल की गई है कि उनके विरोध और कर वापसी में सीधा रिश्ता कायम करना बहुत मुश्किल है. वो कहती हैं, "इतिहास हमेशा पुरुषों की नज़र से लिखा गया है, पिछले दशकों में कुछ कोशिशें शुरू हुई हैं महिलाओं के बारे में जानकारी जुटाने की, शायद उनमें कभी नंगेली की बारी भी आ जाए और हमें उनके साहसी कदम के बारे में विस्तार से और कुछ पता चल पाए

Image
 केरला की सच्ची स्टोरी हम प्रत्येक शनिवार को महिला दिवस के रूप में मनाएंगे और क्रांतिकारी महिलाएं जैसे कि वीरांगना फूलन देवी और वीरांगना नगेली, वीरांगना झलकारी बाई कोरी को नमन करेंगें और उनके जीवन संघर्षों को जन जन तक पहुंचाने की कोशिश करेंगे।  *‼️जब हिन्दू धर्म में महिलाओं को स्तन ढकने का भी  अधिकार नहीं था इसलिए स्तन ही काट दिया ‼️* नंगेली का नाम केरल के बाहर शायद किसी ने न सुना हो. किसी स्कूल के इतिहास की किताब में उनका ज़िक्र या कोई तस्वीर भी नहीं मिलेगी. लेकिन उनके साहस की मिसाल ऐसी है कि एक बार जानने पर कभी नहीं भूलेंगे, क्योंकि नंगेली ने स्तन ढकने के अधिकार के लिए अपने ही स्तन काट दिए थे. केरल के इतिहास के पन्नों में छिपी ये लगभग सौ से डेढ़ सौ साल पुरानी कहानी उस समय की है जब केरल के बड़े भाग में त्रावणकोर के राजा का शासन था. जातिवाद की जड़ें बहुत गहरी थीं और निचली जातियों की महिलाओं को उनके स्तन न ढकने का आदेश था. उल्लंघन करने पर उन्हें 'ब्रेस्ट टैक्स' यानी 'स्तन कर' देना पड़ता था. डॉ.शीबा केरल के श्री शंकराचार्य संस्कृत विश्वविद्यालय में जेंडर इकॉलॉजी और दलित स...

लुआक्टा क्यो कर रहा आंदोलन.?

Image
लखनऊ :NKB NEWS:- 'लखनऊ विश्वविद्यालय' प्रशासन द्वारा फैलाया जा रहा भ्रमजाल कि शिक्षक केवल अपने अवकाश के लिए ही लड रहा है एक सोची समझी गहरी साजिश है! वास्तविकता यह है कि लखनऊ विष्वविद्यालय को परिनियन मे दी गई व्यवस्था के अनुसार अवकाश के साथ सारे लाभ प्रदान किए गए लेकिन महाविद्यालय के साथियों ने अपने हक की बात की तुरंत छात्र हित का बहाना लेकर अवकाश से जोड़ दिया गया एवं अन्य हकों पर बात करने से भागने लगा! लुआक्टा द्वारा अपनी विभिन्न मांगों में एक मुद्दा क्रीड़ा परिषद के पुनर्गठन का रखा गया है! आइए समझते है कैसे हमारा हक मारा जा रहा है और विश्वविद्यालय खेल में पिछड़ गया है यहां तक कि हमारे शहर में खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स का आयोजन किया जा रहा है जिसके आयोजन की जिम्मेदारी इस A++ वाले विश्वविद्यालय को नहीं बल्कि बाबू बनारसी दास विश्वविद्यालय को दी गई है! आयोजन तो दूर की बात इस विश्वविद्यालय से केवल 2 खिलाड़ी ही इस प्रतियोगिता में प्रतिभाग करने के लिए पात्र हैं, जो बड़े शर्म की बात है! इस पर भी विश्वविद्यालय विचार करना उचित नहीं समझता! विश्वविद्यालय की क्रीड़ा नियमावली जो कैनिंग ...

डॉक्टर फरीदी की पुण्यतिथि पर विशेष, राजनीतिक पार्टियों को गठबंधन करना सिखया

Image
(चाँद फरीदी की विशेष रिपोर्ट) अब्दुल जलील फरीदी, दिसंबर 1913 में लखनऊ के एक सम्मानजनक और प्रतिस्ततिठ परिवार में पैदा हुए, जो शहर के शीर्ष डॉक्टरों में से एक थे। यहां तक ​वह एक ईमानदार चिकित्सक के रूप में प्रैक्टिस करते थे, यदि वह चाहते तो आसानी से लाखों रुपये कमा सकते था, वह बेहद दयालु और सहानुभूतिपूर्ण व्यक्ति होने के नाते, ईमानदार और उत्सुक इच्छा रखने वाले व्यक्ति थे।अपने मरीजों के दर्द और दुःख को दूर करना उनकी प्रथम प्रथमिकता थी।वह टीबी के साथ-साथ हृदय विशेषज्ञ भी थे। वह प्रतिदिन 50-60 रोगियों को मुफ्त में देखते थे और शाम को कम से कम मरीजों को मामूली शुल्क पर देखते थे! बहुत विनम्र, मुलायम बोली बोलने वाले और अपने मरीजों के प्रति सहानुभूतिपूर्ण थे और बहुत स्पष्ट रूप से बात करते थे और काफी हद तक उनके मनोवैज्ञानिक उपचार के रूप में कार्य किया। ऐसा प्रतीत होता है कि उन्हें ईश्वर द्वारा दी चिकित्सा शक्ति के साथ संपन्न किया गया था! मुसलमानों की अपमानजनक स्थिति को देखते हुए, उन्हें सहानुभूति और आत्मविश्वास, आत्म सम्मान, समाज में सम्मानजनक स्थान बहाल करने और उनकी बहुत सुधार करने की इच्छा से ए...

धीरेंद्र शास्त्री जिस कार में थे सवार, पुलिस ने काटा उस कार का चालान

Image
( नियमों के उल्लंघन पर बिहार में पुलिस ने काटा चालान, जानिए कितने पैसे देने होंगे! ) पटना :NKB NEWS:- राजधानी पटना के नौबतपुर में हनुमंत कथा कहकर बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री चले गए हैं लेकिन नियमों के उल्लंघन पर कार्रवाई शुरू हो गई है! बाबा धीरेंद्र शास्त्री पर ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन के मामले में जुर्माना लगाया गया है! बिना सीट बेल्ट लगाए गाड़ी में चलने पर चलने के जुर्म में यह चालान काटा गया है! दरअसल, पटना के नौबतपुर स्थित तरेत मठ में हनुमंत कथा का आयोजन तक किया गया था! धीरेंद्र शास्त्री कथा के लिए पटना पहुंचे थे! एयरपोर्ट से होटल के लिए फॉर्च्यूनर कार (MP 16 C 5005) से निकले थे! कार को बीजेपी सांसद मनोज तिवारी चला रहे थे और धीरेंद्र शास्त्री ड्राइवर सीट के पास वाली सीट पर बैठ हुए थे! पटना के ट्रैफिक एसपी ने मीडिया को बताया कि डिप्टी एसपी-1 के इलाके में नियम तोड़ा गया था! जुर्माना लगा है! 13 मई को धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री पटना आए थे!शुक्रवार (19 मई) को इस संबंध में बताया कि सीट बेल्ट नहीं पहनने के एवज में एक हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया है! चालान को ऑनलाइन भेजा...

प्लास्टिक के बैग में फल, सब्ज़ी को रखना सेहत के लिए बेहद हानिकारक

Image
( डा एस अज़ीज़ की रिपोर्ट ) ( प्लास्टिक बैग में रखे सामान पर बैक्टीरिया जल्दी अटैक करता है! ) आप भी फल या सब्जियां प्लास्ट‍िक बैग में रखते हैं.? अगर आपका जवाब हां में है, तो संभल जाइए क्योंकि यह आपके लिए हानिकारक हो सकता है! आम तौर पर कई लोगों की आदत होती है कि बाज़ार से फल या सब्जियां लाकर सीधे फ्रिज में रख देते हैं और कई बार जब ये सब्जियां प्लास्टिक बैग में होती हैं, तो उस बैग से उसे बाहर भी नहीं निकालते! लेकिन ऐसा करना आपके लिए हानिकारक हो सकता है! दरअसल जब आप फलों या सब्जियों को प्लास्ट‍िक के बैग में रखते हैं, तो उन तक हवा नहीं पहुंच पाती जिससे उनके जल्दी खराब होने का खतरा बढ़ जाता है और ज्यादातर परिस्थितियों में तो ये चीजें खराब हो ही जाती हैं! प्लास्टिक बैग में रखे फलों और सब्जियों के खराब होने का एक बड़ा कारण ये भी है कि प्लास्टिक में रखे समान पर बैक्टरीरिया जल्दी असर करते हैं! प्लास्टिक बैग में फल और सब्जी को स्टोर करके रखने से उन तक हवा नहीं पहुंच पाती है, जिसकी वजह से सामान जल्दी खराब हो जाता है! प्लास्टिक बैग में रखे सामान पर बैक्टीरिया जल्दी अटैक करता है, जिससे आपकी फल और सब्ज...

सण्डीला में क़ाज़ी वजीहद्दीन का एक दिवसीय उर्स

Image
 सण्डीला (हरदोई) :NKB NEWS :- कस्बा के अस्तान ए कादरिया रज्जाकिया काजी साहब की मस्जिद में काजी सय्यद मो0आरिफ अब्दुल्ला के संरक्षण में काजी वजीहुद्दीन क़ादरी रज्जाक़ी का एक दिवसीय उर्स आयोजित किया गया!  फज्र की नमाज़ के बाद कुरान पाक की तिलावत की गई! मज़ार को ग़ुस्ल दिया गया! बांसा शरीफ के सय्यद मोहम्मद उमर, सज्जादा नशीन की अध्यक्षता में ज़िक्र नात और मनक़बत का प्रोग्राम किया गया! सज्जादा नशीन सैयद मुहम्मद उमर ने कहा कि संतों ने हमेशा पैगंबर की सुन्नत का पालन किया और लोगों की अच्छी नैतिकता के साथ सेवा करते हुए अपना जीवन बिताया! वह अपने शिष्यों और भक्तों को सुन्नत का पालन करने का निर्देश देते रहे!  सुन्नत के साथ जीवन गुज़ारने पर इस दुनिया आखरत में कामयाबी मिलेगी! जो लोग अल्लाह की इच्छा और पैगंबर की सुन्नत का पालन करते हैं वे हमेशा सफलता की ऊंचाइयों तक पहुंचते हैं! उन्होंने कहा कि बुजुर्गों के दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं का हमेशा आशीर्वाद मिलता है!  सज्जादा नशीन सैयद हिदायतुल्ला शिबली ने कहा कि मुसलमानों को नमाज अदा करनी चाहिए! माता -पिता, रिश्तेदारों  के साथ अच्छा व्यवह...

जब कोई इंसान इस दुनिया से विदा हो जाता है तो उसके कपड़े, बिस्तर औऱ उसके द्वारा इस्तेमाल किया हुआ सभी सामान घर से निकाल दिये जाते है!

Image
पर कभी कोई उसके द्वारा कमाया गया धन-दौलत, प्रोपर्टी, उसका घर, उसका पैसा, उसके जवाहरात आदि, इन सबको क्यों नही छोड़ते.? बल्कि उन चीजों को तो ढूंढते है, मरे हुए के हाथ, पैर, गले से खोज-खोजकर, खींच- खींचकर निकालकर चुपके से जेब मे डाल लेते है, वसीयत की तो मरने वाले से ज्यादा चिंता करते है! इससे पता चलता है कि आखिर रिश्ता किन चीजों से था! आदमी इस पृथ्वी पर अकेला पाखंडी है! बाकी सब सहज सरल हैं! जैसा है वैसा ही है! ज्यूँ का त्यूँ ठहराया। सब वैसे ही का वैसा ठहरा है! पीपल पीपल है, नीम नीम है, आम आम है! सब वैसा का वैसा ठहरा है, सिर्फ आदमी डाँवाँडोल है! आदमी कुछ का कुछ हो जाता है! कुछ भीतर, बाहर कुछ! कुछ कहता, कुछ करता! कुछ हिसाब ही नहीं है! न मालूम कितनी पर्तें दर पर्तें हैं! न मालूम कितना पाखंड है! धीरे धीरे याद ही नहीं रह जाती कि मैं कौन हूँ, इतने नकाब लगा देता है, इतने मुखौटे ओढ़ लेता है, पहचान ही भूल जाती है कि मेरा असली चेहरा क्या है.? और यह होगा ही, जब तक तुम जीवन के इस परम नियम को न समझ लोगे! यह जिस्म तो किराये का घर है, एक दिन खाली करना पड़ेगा ! सांसे हो जाएँगी जब हमारी पूरी यहाँ, रूह को तन ...

उठो सुबह हो गई चाय नहीं पीनी, नहीं मैंने सुबह की चाय पीनी छोड़ दी है ..क्यों .?

Image
"जब तुम थी तो सुबह सुबह मेरे हाथ की बनी चाय पीती थी, हम दोनों खुली छत या बरांडे में  चाय की चुस्की लेते थे, परंतु अब नहीं" " मगर क्यों ? " "क्योंकि वो चाय नहीं प्यार का ही एक रूप था, तुम्हारे चले जाने के बाद, अब चाय की प्याली का क्या मतलब ?  "अरे ये क्या तुम बिस्तर झाड़ रहे हो,चादर ठीक कर रहे हो ?" "हां कर रहा हूं " "मेरे होने पर तो नहीं करते थे! "तब मैं यह काम तुम्हारा समझता था,एक बेफिक्री थी । अब तुम्हारे सारे काम में खुद ही करता हूं " "बहुत सुधर गए हो, अब क्या करोगे ?" " टहलने जाऊंगा " "वहीं जहां मेरे साथ कभी कभी जाते थे" " हां वही ढूंढता हूं तुम्हें ,लेकिन तुम मिलती ही नहीं, निराश होकर लौट आता हूं " "फिर क्या करते हो ? "थोड़ी देर बाद नहाने चला जाता हूं " "इतनी सुबह सुबह पहले तो तुम 12:00 बजे के बाद नहाते थे तुम्हारे साथ साथ मेरी भी तो देर से नहाने की आदत हो गई थी" "हां मगर अब सुबह ही नहा लेता हूं" " क्यों ?" "क्योंकि अब जिंदगी के मायने...

अर्ध नग्न महिलाओं को देख कर मज़े कौन लेता है .?

Image
( रूप, रस, शब्द, गन्ध, स्पर्श ये बहुत प्रभावशाली कारक हैं! ) एक दिन किसी ख़ास अवसर पर महिला सभा का आयोजन किया गया, सभा स्थल पर महिलाओं की संख्या अधिक और पुरुषों की कम थी..! मंच पर तकरीबन पच्चीस वर्षीय खुबसूरत युवती, आधुनिक वस्त्रों से सुसज्जित, माइक थामें कोस रही थी पुरुष समाज को..!! वही पुराना आलाप.... कम और छोटे कपड़ों को जायज, और कुछ भी पहनने की स्वतंत्रता का बचाव करते हुए, पुरुषों की गन्दी सोच और खोटी नीयत का दोष बतला रही थी.! तभी अचानक सभा स्थल से...बत्तीस पैंतीस वर्षीय सभ्य, शालीन और आकर्षक से दिखते युवक ने खड़े होकर अपने विचार व्यक्त करने की अनुमति मांगी..! अनुमति स्वीकार कर माइक उसके हाथों मे सौप दिया गया .... हाथों में माइक आते ही उसने बोलना शुरु किया..! "माताओं, बहनों और भाइयों, मैं आप सबको नही जानता और आप सभी मुझे नहीं जानते कि, आखिर मैं कैसा इंसान हूं..? लेकिन पहनावे और शक्ल सूरत से मैं आपको कैसा लगता हूँ बदमाश या शरीफ..? सभास्थल से कई आवाजें गूंज उठीं... पहनावे और बातचीत से तो आप शरीफ लग रहे हो... शरीफ लग रहे हो... शरीफ लग रहे हो.... बस यही सुनकर, अचानक ही उसने अजीबोगर...

65 साल के करोड़पति ने की 16 साल की लड़की से शादी-

Image
( 65 साल के इस शख्स ने अभी तक 6 शादिया की हैं! 16 बच्चे हैं! पहली शादी 1980 में हुई थी! ) न्यूयॉर्क :NKB NEWS :- ब्राजील के अरोकेरिया शहर के मेयर हिसाम हुसैन देहनी ने 16 साल की युवती के साथ कानूनी तौर पर शादी की है! मेयर ने अपनी सास को संस्कृति और पर्यटन विभाग का सचिव नियुक्त कर दिया है! इसी महीने दोनों की शादी हुई थी! उसके बाद सास को नौकरी देने पर विपक्ष, मेयर पर हमलावर हो गया है! ब्राजील में कानूनी रूप से 16 साल की लड़की किसी से भी शादी कर सकती है! मेयर की उम्र 65 साल है! उन्होंने इस उम्र में 16 साल की कन्या के साथ शादी की है! इस शादी की चर्चा देश विदेश में हो रही है! 65 साल के करोड़पति शख्स ने स्कूल जाने वाली 16 साल की लड़की से शादी कर ली है! इस शादी को लेकर लोग काफी भड़क रहे हैं! ये शख्स कोई और नहीं बल्कि ब्राजील के मेयर हिसाम हुसैन देहैनी हैं! उन्होंने विरोध के चलते अपनी नौकरी छोड़ दी है! वहीं जिस लड़की से उन्होंने 15 अप्रैल को शादी की है, वो चाइल्ड ब्यूटी क्वीन कौएने रोड कैमार्गो हैं! वह शादी से महज चार दिन पहले ही 16 साल की हुई हैं! याहू न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, ऐसा दावा है क...

मोहतरमा अपना तलाक़ फोटोशूट करवा रही हैं!

Image
दो तीन दिन से ये फोटो सोशल मीडिया पर खूब वायरल है! इसमें एक मोहतरमा अपना तलाक फोटोशूट करवा रही हैं! जिस पार्टनर के साथ कभी उन्हें जीने मरने की कसमें खाई होंगी, उसकी फोटो को लतियाते हुए डाइवोर्स सेलिब्रेट किया जा रहा है! मुझे लगता है कि आजकल की पीढ़ी सूतिया है, जिसे न प्रेम करना आता है और न ही प्रेम से अलग होना! कितनी अभागी महिला होगी वह जो एक पार्टनर के साथ बिताए सुंदर यादों को सहेज नहीं पाई और कितना नकारा होगा वह पार्टनर जो इसके दिल में छोटी सी जगह भी नहीं बना पाया! कितना खोखला रहा दोनों का प्रेम और नासमझ रही दुनिया जो दोनों की इस चोंचलेबाज़ी को प्रेम मान बैठी! कोई राह चलते बस, ट्रेन में मिल जाए तो लोग नंबर अदला-बदली कर लेते हैं! इस उम्मीद के साथ विदा होते हैं कि ईश्वर ने चाहा तो फिर किसी मोड़ पर मिलेंगे! लेकिन इनके कथित प्रेम और लिवइन में इतनी भी गुंजाईश नहीं रही! हम किसी बोझिल रिश्ते को ताउम्र ढोने की सलाह नहीं दे रहे! राधा और कृष्ण भी अलग हुए, लौट आने का वादा करके कृष्ण वृंदावन से भाग गए! राधा को भी पता था कि ये लौटेंगे नहीं, सो जाते-जाते कह सुनाया- वृंदावन से भाग सकते हो, मेरे मन स...